मुरलीगंज में बिजली के तार गिरने से फिर बड़ा हादसा होते-होते बचा

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज नगर पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर 12 में मिडिल स्कूल चौक के ठीक पीछे के मोहल्ले में आज सुबह करीब 9:00 बजे बिजली के तार टूटकर गिरने से बड़ा हादसा होते-होते टला.

बताया गया कि आज सुबह रविवार होने के कारण तथा कल रक्षाबंधन होने के कारण लोग बच्चों के साथ दरवाजे पर मौजूद थे और लोहे के बने  गेट पास बच्चे खेल रहे थे।  बच्चों के बगल में जब 440 वोल्ट विद्युत तार टूट कर गिरा तो  मोहल्ले में हाहाकार मच गया, लोग किसी बड़े हादसे कि आशंका से भयभीत हो गए। खुशियों का माहौल गम में तब्दील होने वाला था, ऐसे में आक्रोशित लोगों ने दुर्घटना की सूचना विद्युत उपकेंद्र मुरलीगंज को दी । मुरलीगंज विद्युत उपकेंद्र द्वारा लाइन बंद किया गया।  पुनः टूटे तार की मरम्मत करवाई जा रही थी लोगों ने कई घंटे तक मरम्मती करने से रोक दिया । वार्ड नंबर 12 के निवासी ने कहा  कि मोहल्ले में कुछ दूर तक का कभर तार दिए गए हैं जिधर घनी आबादी है उधर नंगे तारों को दौड़ाया गया गया.

निवर्तमान वार्ड पार्षद विजय यादव ने बताया कि कि मुरलीगंज में बिजली विभाग की अकर्मण्यता बढ़ती जा रही है जिसपर विभाग द्वारा द्वारा विभाग द्वारा कोई भी अंकुश नहीं लगाया जा रहा है.

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संवाददाता विजय कुमार ने बताया कि पिछले ही दिनों मुरलीगंज में  बिजली के तार टूटकर गिरने से तीन महिलाओं एवं तीन बच्चियों  की मौत हुई थी. बिजली विभाग की कुंभकर्णी निद्रा से अब तक नहीं जग पाई है.  एक वरिष्ठ पत्रकार पंकज भारतीय के घर के मुख्य द्वार के ऊपर उस उस समय विद्युत प्रवाहित तार टूटकर गिर पड़ा जिस समय घर से मुख्य द्वार से उनकी माता  बाहर सड़क पर आ रही थीं.

जन अधिकार पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष प्रवेश यादव का निवास स्थान भी इस मोहल्ले में   हैं. उन्होंने कहा कि विभाग पूरी लापरवाह हो चुकी है, समुचे शहर में बिजली के कभर तार लगनी चाहिए पर बड़े बड़े अधिकारियों की मिलीभगत  से इस शहर में इस काम को अब तक नहीं पूरा किया गया है, लगता है इसके लिए एक बड़े जन आंदोलन की आवश्यकता महसूस हो रही है.

क्या कहते हैं कनीय अभियंता: शशि भूषण कुमार ने बताया कि 4 जुलाई की दुर्घटना के बाद हमने प्रभार प्राप्त किया है. पूर्व में जो काम नवीनीकरण या कवर्ड तार डालने का काम चल रहा था, पर ये क्यों और किस आधार पर बंद हुआ. अब तक इस शहर में  कभर तार क्यों नहीं लगाए गए, इस मामले की मैं छानबीन कर कर रहे हैं. कोशिश करेंगे कि जल्द से जल्द इस दिशा में उत्पन्न हो रही समस्या का समाधान कर सकें. हम अपने वरीय पदाधिकारी का ध्यान इस ओर आकृष्ट करवा चुके हैं.
मुरलीगंज में बिजली के तार गिरने से फिर बड़ा हादसा होते-होते बचा मुरलीगंज में बिजली के तार गिरने से फिर बड़ा हादसा होते-होते बचा Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 06, 2017 Rating: 5
Powered by Blogger.