सिंहेश्वर का जल मीनार बनी शोभा की वस्तु: सैकडों लोगों ने पीएचईडी परिसर में काटा बवाल

मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर का जल मीनार बनी शोभा की वस्तु और पानी की आपूर्ति को लेकर सैकडों लोगों ने पीएचईडी परिसर में काटा बवाल जहाँ 12 बजे तक नही था पीएचईडी में कोई कर्मी ।

बता दें कि सिंहेश्वर के पीएचईडी अधिकारी से शिकायत करने पर  पढाया जाता मैकेनिकल और सिविल का पाठ। जानकारी के अनुसार दुर्गा पूजा से ही पीएचईडी के अधिकारियों की लापरवाही के कारण लगातार पानी का संकट बना रहता है । जिससे आजिज होकर आज आसपास के महिला, पुरुष और बच्चों ने पीएचईडी पहुंच कर जम कर हंगामा किया । लोगो ने कहा अधिकारी हमे मेकेनिकल और सिविल का पाठ न पढाये । हमे पानी चाहिए चाहे वह मैकेनिकल विभाग दे या सिविल ।

क्या है मामला :-  दुर्गा पूजा से ही पानी की भीषण किल्लत से सिंहेश्वर के लोग हलकान हैं । लेकिन गर्मी के मौसम के कारण पानी की आपूर्ति नही होने से लोगों का गुस्सा चरम पर जा पहुंचा । दुर्गा पूजा से ही पीएचईडी की गिरती स्थिति के लिए यहाँ लोग बार बार अगाह कर रहे हैं । अब पीएचईडी के अधिकारियों की लापरवाही कहें या सरकार की उदासीनता. बिहार का प्रसिद्ध शिव मंदिर को देखते हुए यहा आने वाले श्रद्धालुओ के लिये यह जल मीनार बना था । स्थानीय प्रमोद जायसवाल ने कहा कि यहाँ कई पुश्तों से इसी जल मीनार का निर्मल पानी पीते रहे हैं । जहाँ तक मुझे याद है कि कुछ वर्ष पहले सिंहेश्वर छोड कर कही जल मीनार नही था । आज भी जिले के सभी जल मीनार हाथी के दांत है । प्रकाश जयसवाल ने कहा जिले में कोई जल मीनार सुचारु रूप से कार्य नही करता है इसलिए अधिकारी साजिश के तहत सिंहेश्वर के पीएचईडी के पानी को बंद करने की ठान ली है ।  

पीएचईडी के एसडीओ मैकेनिकल को फोन पर पानी बंद होने की शिकायत की जाती है तो वे कहते हैं कि वह सिविल का काम है । जब सिविल के एसडीओ को शिकायत की जाती है तो जवाब मिलता है मैकेनिकल का काम है । मसला चाहे जो हो जनता को पानी चाहिए ।
स्थानीय मनोज चौधरी ने कहा पीएचईडी विभाग के अधिकारी प्रायः यहा रहते ही नही है । पहले यहा दो दो बोरिंग, पानी चढाने के लिए जेनरेटर और औटोमेटीक स्टार्टर लगा हुआ था । लेकिन आज आधिकारियो की लापरवाही के कारण सिहेंशवर पीएचईडी खत्म होने के कगार पर है । मालुम हो  पुर्व से में यहा बिहार का प्रसिद्ध महाशिवरात्री मेला  के अवसर पर लाखो श्रद्धालु आते हैं । जिसको लेकर यह वयवस्था होती थी । आज उस समय के अनुपात से जनसंख्या 4 गुना बढ गया है और वयवस्था घट रही है । वही सरकार के हर घर नल का जल की योजना का पोल खोल रहा है ।

वही एसडीओ मैकेनिकल ने कहा पानी खोलना सिविल का काम है । लेकिन मधेपुरा टाइम्स के संवाददाता के यह बताने पर की पानी जल मीनार पर चढाया ही नही गया है । तो कुछ रूक कर बताया समय पर नही आने वाले कर्मियों को बख्शा नही जायेगा । वही  एसडीओ सिविल रीतेश कुमार ने कहा आबादी बढ जाने के कारण पानी का लोड बढ गया है । इसलिये एक और बोरिंग के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा गया है । इस बाबत  बीडीओ अजीत कुमार ने लोगों को शांत कराया और कहा  कि कल भी लोगों ने पीएचईडी की शिकायत लेकर आये थे । पानी के लिए पीएचईडी एसडीओ को कहे लेकिन उन्होंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया । इसके लिए हम उच्च अधिकारी से बात कर पानी की आपूर्ति सही करने का प्रयास करेंगे ।

विधायक डा. रमेश ऋषिदेव ने पानी बंद होने की बात सुनते ही डीएम और एसक्यूटीव इंजिनियर से बात कर विधि व्यवस्था को दुरुस्त करने और ईई को पानी चढाने के लिए ओटोमेटीक स्टार्टर लगाने का निर्देश दिया । विधायक  श्री रमेश  ऋषिदेव के कहने ईई ने पीएचईडी सिंहेश्वर को एक और पंप चालक नियुक्त करने की बात कही । वही पीएचईडी के  जेई सुनील मांझी ने लोगों को एक और एक बोरिंग तथा पानी को साफ करने के लिए  फिल्टर लगाने का आश्वासन दिया ।

मौके पर पवन चौधरी, मनोज कुमार चौधरी, प्रकाश चंद्र जयसवाल, प्रमोद चौधरी, अमित कुमार, सुनील कुमार, आसिफ इकबाल, मो. जावेद,  आफताब आलम, तनवीर आलम, गोपाल भगत, नितिश कुमार, अमोद भगत, सुबोध भगत, दिनेश यादव, अमोद वर्मा, राजेंद्र वर्मा, घनश्याम भगत, महेश्वर चौधरी, बद्री भगत, मनीष कुमार जयसवाल, गुडू अंजाना,  मनोज गुप्ता, बुलंद अख्तर मौजूद थे ।

सिंहेश्वर का जल मीनार बनी शोभा की वस्तु: सैकडों लोगों ने पीएचईडी परिसर में काटा बवाल सिंहेश्वर का जल मीनार बनी शोभा की वस्तु: सैकडों लोगों ने पीएचईडी परिसर में काटा बवाल Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 19, 2017 Rating: 5
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