4 दिनों बाद टूटा आमरण अनशन, समर्थन में जाम से दिन भर हांफता रहा शहर

मधेपुरा जिला के मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत पड़वा नवटोल के ग्रामीणों द्वारा पिछले 4 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे लोगों की स्थिति इस उमस भरी गर्मी में ख़राब हो रही थी, पर मधेपुरा के सदर एसडीओ के प्रयास से अनशन आज ख़त्म हो गया.

आज घरना का चौथा दिन था और धरना पर पर सोलह ग्रामीण जिसमें चार बुजुर्ग महिला सम्मिलित है, आमरण अनशन पर दो बुजुर्ग पुरूष और दो बुजुर्ग महिला की हालत अत्यंत ही गंभीर हो चली है. डॉक्टर हमेशा उनके स्वास्थ्य परीक्षण की जांच कर रहे हैं लेकिन इस स्थिति को वह अच्छी नहीं बताते हैं । धरना स्थल पर दिन के 11:00 बजे से ग्रामीणों द्वारा एनएच 31 सहरसा पूर्णिया मुख्य मार्गो को पूरी तरह जाम कर दिया गया.  जाम और उमस भरी गर्मी में सैकड़ों यात्री फंसे रहे. पूर्णिया और सहरसा दोनों ओर उनके किलोमीटर की गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई. लोग आवश्यक कार्य से और बीमारियों को लेकर जाम में फंसे रहे. पर दिन के 1:00 बजे मुरलीगंज अंचलाधिकारी जयप्रकाश स्वर्णकार थाना अध्यक्ष के साथ पहुंचकर अनशनकारियों से बातचीत कर मसले को हल करने का अनुरोध किया, लेकिन अनशनकारियों ने उनकी एक न सुनी और जाम पर डटे रहे. मनरेगा  पी ओ द्वारा इस आशय पर अनशनकारियों से बातचीत करने का प्रयास भी किया गया, पर मनरेगा पी ओ से अनशनकारियों में से कोई भी बात करने के लिए तैयार नहीं हुए और सीधा आरोप लगाया कि इसके पूर्व भी आप लोगों को इस हादसे पर स्मार पत्र दिया गया था और हम लोगों ने एक दिन का धरना कार्यक्रम भी किया था, पर आज छह महीना बीत जाने के बाद भी उस दिशा में अब तक कोई भी कार्यवाही नहीं की और अब इस विषय पर प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों से बातचीत करने का कोई मतलब नहीं निकलता है. अब हम लोग जिला पदाधिकारी से कारवाई करने का अनुरोध करेंगे जब तक वह धरना स्थल पर पहुंचकर हम लोगों के बीच हम लोगों की समस्या से रूबरू नहीं होंगे तब तक हम लोग अपने मौत आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे.

उधर जाम से दिन के 11:00 बजे से लेकर शाम के 4:00 बजे तक 6 घंटे तक एन एच 31 पर पूरी तरह यातायात ठप रहा. पर इस बीच अच्छी बात ये रही कि अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार निराला द्वारा 8 घंटे बाद जाम स्थल पर पहुंच कर अनशनकारियों से बात कर कर कहा कि उनकी 20 सूत्री मांगों पर जांच कमेटी गठित कर पंचायत के  सभी योजना हुई गड़बड़ी की जांच एक कमेटी गठित कर करवाएंगे और उसमें दोषी पाए जाने वाले पदाधिकारियों पर अनुशासनात्मक एवं विभागीय कार्रवाई अवश्य की जाएगी. आश्वासन पर अनशनकारियों को अंचलाधिकारी जयप्रकाश स्वर्णकार एवं भाकपा नेता प्रमोद प्रभाकर द्वारा शरबत पिलाकर अनशन समाप्त करवाया गया, जिसके बाद आज तेज गर्मी में झुलस रहे 5 किलोमीटर वाहनों की लंबी लाइन शाम 6:00 बजे आवागमन के लिए खुली ।
4 दिनों बाद टूटा आमरण अनशन, समर्थन में जाम से दिन भर हांफता रहा शहर 4 दिनों बाद टूटा आमरण अनशन, समर्थन में जाम से दिन भर हांफता रहा शहर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 13, 2017 Rating: 5
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