‘तीन तलाक इस्लाम धर्म में है इसके साथ छेड़छाड़ करना नाइंसाफी’: जलसा आयोजित

मधेपुरा जिले प्रखंड क्षेत्र के बरदाहा पंचायत के बरदाहा स्थित मदरसा में एक दिवसीय जलसा का आयोजन किया। मंच का संचालन मौलाना साहब ने किया जलसा में दूर दूर से आए हजरात का जनसैलाब उमड़ पड़ा जो अपने आप में एक अद्भुत दृश्य था. 

     इस्लामिक विद्वानों ने अपने संबोधन से लोगों को जागरुक किया. पटना इमारत शायरियां से आये मुफ्ती सईद उर रहमान साहब ने अपनी तकरीर में मुसलमानों में आखरी दूत नबी हजरत मोहम्मद साहब की जीवन की व्याख्या करते हुए कहा आज के मुसलमान अपने नबी के फरमान को भूल बैठा है, जिसका सकुशल अगाजा इमारत सरिया पटना के मौलाना ने किया। जलसा को सम्बोधित करते हुए मौलाना ने अपनी जुबान में कहा कि तीन तलाक इस्लाम धर्म में है इसके साथ छेड़छाड़ करना नाइसाफी होगा। हम सब खुदा के बन्दे है। हजरत मुहम्मद साहब के बताए गए अलफाज पर अमल करे। उन्होंने जुम्मले बाजी से बचने तथा नेकदिल इन्सान बनने का हिदायत अता फरमाया। दहेज लेना गुनाह है। औलाद को अपने अम्मी अब्बा का खिदमत करने का हिदायत फरमाया। बीबी और सौहर को दिन-दुनिया से खुश रहना चाहिए. उन्होंने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण है. शिक्षा एक ऐसी चीज है जो इंसान को  पर इंसान बना देती है इस्लामी शरीयत में मर्द और औरत दोनों को बराबर के अधिकार मिले हैं. ऐसे में महिलाओं को उनका हक दिलाना सब की जिम्मेवारी है.
     वहीँ मौके पर परमानपुर ओपी के प्रभारी रणवीर कुमार राउत अपने दल बल के साथ तैनात दिखे मजिस्ट्रेट के रूप में कृषि पदाधिकारी जयंत रजक मौजूद थे.
‘तीन तलाक इस्लाम धर्म में है इसके साथ छेड़छाड़ करना नाइंसाफी’: जलसा आयोजित ‘तीन तलाक इस्लाम धर्म में है इसके साथ छेड़छाड़ करना नाइंसाफी’: जलसा आयोजित Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 17, 2017 Rating: 5
Powered by Blogger.