विधायक की गाड़ी की ठोकर से मौत के करीब पहुंचा ! बिखरने को है एक परिवार

मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत रजनी पोखर टोला वार्ड संख्या 5 निवासी लक्ष्मण साह का परिवार बेघर होने की कगार पर है. खुद गृहस्वामी लक्ष्मण साह जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है ।

    एक कहावत है कि करम केकरा ले सौख सिंगार, बलम जब निर्मोहिये बा । कहने का यर्थाथ है कि जब ऊपर वाले ही सितम ढाते है तो ज़माने से क्या आश करूं। जब किसी गरीब परिवार का एकलौता कमाऊ मुखिया ही जिंदगी और मौत के बीच लटक रहा हो तो सोचिये सात बच्चे, बीमार पत्नी और बीमार बूढी माँ का क्या होगा और कैसे परिवार का भरण पोषण और इलाज़ होगा?

क्या है पूरा मामला?: मामला मुरलीगंज थाना क्षेत्र के रजनी वार्ड 5 पोखर टोला निवासी 50 वर्षीय लक्षमण साह की है । दिनांक 9 अप्रैल रविवार को लक्ष्मण साह सड़क हादसे का शिकार हुआ। सड़क हादसे में लक्ष्मण साह गंभीर रूप से घायल हो गया जिन्हें आनन् फानन में बिहारीगंज अस्पताल पहुँचाया गया जहाँ स्थिति को गंभीर बता पूर्णिया रेफर किया गया, लेकिन पूर्णिया से भी उसे सिल्लीगुड़ी रेफर कर दिया गया है। जहाँ रुपये के आभाव के कारण उनका समुचित इलाज़ नही हो पा रहा है। चार दिन बीत जाने के बाद भी होश मे नही आया है।

परिजन घर से बेघर होने की कगार पर: लक्ष्मण साह के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है कोई देखने वाला नही है। 70 वर्षीय बूढी विकलांग माँ के आंसू थमने का नाम नही ले रहे हैं, बूढी माँ की एकलौती संतान लक्ष्मण साह शायद जिंदगी की अंतिम सांसे गिन रहा है। लक्ष्मण ही अपनी मां सहित पूरे परिवार का एक मात्र सहारा हैं पत्नी और बच्चे विचलित अवस्था में है, इलाज़ के लिए घरबार बेचने की नौबत आ गयी है।

विधायक निरंजन मेहता पर लगा है ठोकर मारने और अनदेखी करने का आरोप: स्थानीय और परिजनों ने बताया की लक्ष्मण साह को साइकिल से बिहारीगंज बाजार जाने के क्रम में पीछे से क्षेत्रीय विधायक निरंजन मेहता की गाडी ने जोरदार  ठोकर मारी है । ठोकर लगने से लक्ष्मण साह गंभीर घायल हो गया । प्रत्यक्षदर्शियो के अनुसार  विधायक निरंजन मेहता के लोगो ने उसी गाड़ी पर उठाकर बिहारीगंज अस्पताल ले पहुँचाया, जहाँ उसे भर्ती कर भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। और अभी तक उसकी सुधि  लेने कोई नही पहुंचा है। स्थानीय ग्रामीण मनोज साह ने बताया कि सड़क हादसे की जानकारी पाते ही दुर्घटना स्थल पर पहुंचा तो प्रत्यक्षदर्शियो और वही काम कर रहे मजदूरो ने बताया कि अभी तुरंत विधायक निरंजन मेहता की गाड़ी ने ठोकर मारी है  उसे फिर उन्ही लोगो ने उठाया और अस्पताल ले गए। और उन्होंने बताया कि अस्पताल पहुंचा तो पता चला कि विधायक और उनके लोगो ने उन्हें अस्पताल में छोड़कर चला गया।
       घटना को जानकर स्थानीय लोगो में विधायक निरंजन मेहता के प्रति आक्रोश व्याप्त है । लोग कह रहे हैं कि जनप्रतिनिधि हो कर इस तरह मुंह मोड़ लेना काफी निराश करने वाली बात है । ठोकर मार कर जिंदगी और मौत के बीच लटकने छोड़ दिया गया पलटकर फिर कोई देखने भी नही आया ।  मामले में विधायक से संपर्क साधने की कोशिश की गई, परन्तु उनका पक्ष अभी तक नहीं लिया जा सका ।                     
     बरहाल इस मामले में लक्ष्मण साह सिलीगुड़ी में अपनी जिंदगी की सांसे गिन रहा है और उनके परिजन पैसा इकट्ठा करने दर-दर भटक रहे हैं । अभी तक इस मामले को लेकर ना तो प्राथमिकी दर्ज की गई है और ना ही विधायक की तरफ से कोई सहयोग प्राप्त है । लोगों के चेहरे पर एक ही प्रश्नचिन्ह खड़ा है कि रूपये के अभाव में अगर लक्ष्मण साह की मौत हो जाती है तो आखिर उनके परिवार के बूढी मां पत्नी और साथ छोटे-छोटे बच्चे का भविष्य  क्या होगा ? 
विधायक की गाड़ी की ठोकर से मौत के करीब पहुंचा ! बिखरने को है एक परिवार विधायक की गाड़ी की ठोकर से मौत के करीब पहुंचा ! बिखरने को है एक परिवार Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on April 13, 2017 Rating: 5
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