मधेपुरा: लोगों के आस्था का केंद्र बने राम जानकी ठाकुरबाड़ी की जमीन का अतिक्रमण

लाखों लोगों के आस्था का केंद्र मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर के राम जानकी ठाकुरबाड़ी अपनो के द्वारा ही ठगा सा महसूस कर रहा है । चारों तरफ ठाकुरबाडी की जमीन का अतिक्रमण हो रहा है ।
न्यास के सदस्यों के मौजूदगी में न्यास की संपत्ति अतिक्रमण का शिकार हो रहा है, और चहारदीवारी के नाम पर तो भूमाफियाओं की चांदी हो गई है । 

क्या है मामला :- जानकारी के अनुसार गृह विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को मंदिरों की चहारदीवारी कराने का निर्देश दिया था । जिसका एकमात्र उद्देश्य भूमाफियाओं द्वारा ठाकुरबाडी और  मंदिरों की जमीन को अतिक्रमण से बचाना था । जिसमें  धार्मिक न्यास बोर्ड में रजिस्टर्ड बिहार के  4600 मठ और मंदिर हैं  और सबसे पहले इन्हीं मंदिरों की बाउंड्री कराई जायेगी । इसके लिए अब डीएम के स्तर से धार्मिक न्यास बोर्ड से मंदिरों की सूची मांगी गई है । इसके बाद जिला प्रशासन मंदिर या ठाकुरबाडी का सर्वे कराके रिपोर्ट जिला प्रशासन को देगा ।  सर्वे के बाद अतिक्रमण मुक्त मठ और मंदिरों के बाउंड्री का काम शुरू किया जायेगा ।

अतिक्रमण मुक्त रखने का निर्णय :- बिहार में मंदिरों की जमीन के नाम पर अतिक्रमण बढ़ गया है. कई जिलों में मंदिर के आसपास की जमीनों पर अतिक्रमण कर पक्का निर्माण भी कर लिया गया है. जिसके कई मामले धार्मिक न्यास बोर्ड में चल रहा है । लेकिन सिंहेश्वर के राम जानकी ठाकुरबाड़ी में हो रहे चारदीवारी के नाम पर मार्च लूट की योजना के साथ साथ भूमाफिया के द्वारा जमीन पर कब्जा की अनोखी योजना बना डाली । अगल-बगल के लोगों के अनुसार जिस जमीन को अतिक्रमण से बचाने के लिए चारदीवारी की योजना बनाई गईं, उसी में लूट के नाम पर अंचल अमीन से बिना नापी कराये आनन फानन में चारदिवारी का निर्माण कार्य शुरू है ।  सीओ कृष्ण कुमार ने बताया कि मंदिरों की बाउंड्री के लिए फाइल आयी है और सिंहेश्वर प्रखंड के चार पांच ठाकुरबाडी में से एक का नाम विहित प्रपत्र में भेजना है, जिसमे खाता खेसरा और घेराबंदी का पूरा विवरण होगा । वहीँ बीडीओ अजीत कुमार ने बताया राम जानकी ठाकुरबाड़ी  में चहारदिवारी बन रहा है इसकी जानकारी मुझे नही हैं. उन्होंने बकौल पंचायत सचिव बताया कि सामाजिक चंदा से धर्मशाला का निर्माण किया जा रहा है ।

रामजानकी ठाकुरबाड़ी के सचिव को भी नही है योजना की जानकारी  :- जिस राम जानकी ठाकुरबाड़ी को अतिक्रमण से बचाने के लिए चारदीवारी का निर्माण किया जा रहा है. उसके सचिव सेवा निवृत्त लेखापाल मनोहर दुर्गा उच्च विद्यालय के  वासुदेव साह ने बताया कि अध्यक्ष सह मुखिया के द्वारा क्या किया जा रहा है न ही मुझे और न ही समिति को पता है । उन्होंने अध्यक्ष की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि किस मंशा से ढाई कट्टा जमीन पीछे छोड कर चहारदिवारी दिलाया गया है । पहले इनके इन हरकतों के विरोध में समिति के दो सदस्य इस्तीफा दे चुके हैं.
    वहीँ इस तरह के घोर अनैतिक कार्यो को देखते हुए लोगों के विरोध का स्वर उठने लगा है । जदयू नेता सह पूर्व सचिव रामजानकी ठाकुरबाड़ी दीपक यादव ने कहा कि इस राम जानकी ठाकुरबाडी के जमीन से खिलवाड करने वाले योजना को अविलंब रोक दिया जाय तथा ठेकेदार पर प्रथमिकी दर्ज कर राजस्व की क्षति की भरपाई की जाय ।
मधेपुरा: लोगों के आस्था का केंद्र बने राम जानकी ठाकुरबाड़ी की जमीन का अतिक्रमण मधेपुरा: लोगों के आस्था का केंद्र बने राम जानकी ठाकुरबाड़ी की जमीन का अतिक्रमण Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on March 26, 2017 Rating: 5
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