“प्रेरक समन्वयक जी रहे हैं बंधुआ मजदूरों से भी बदतर जीवन”: मधेपुरा में धरना

बिहार राज्य साक्षरता प्रेरक समन्वयक संघ जिला इकाई मधेपुरा के तत्वाधान में बुधवार को कला भवन के सामने जिला प्रेरक समन्यक संघ ने एकदिवसीय धरना दिया.

   धरना को संबोधित करते हुए संघ के जिला अध्यक्ष वेदानंद शर्मा ने कहा कि अभी के समय में सरकार की रणनीति के चलते प्रेरक समन्वयक बंधुआ मजदूरों से भी बदतर जीवन जी रहे हैं. मानदेय से भी हम लोगों से कम लेते हैं, यह अपमान की बात है
    वहीँ जिला सचिव रेखा रानी ने कहा कि आज के दिन हर जिला और प्रदेश भर में धरना प्रदर्शन है. हम लोगों का आंदोलन जारी रहेगा. साथ ही 27 फरवरी को पटना के गर्दनीबाग में अनिश्चितकालीन धरना करेगी.  जिला कोषाध्यक्ष मनोज सिंह ने कहा अगर सरकार हम लोगों का मांग नहीं मानेगी तो हम लोग आंदोलन करेंगे.
    धरना स्थल पर बैठे सबों की मांग थी कि बिहार सरकार सामान्य प्रशासन अधिसूचना संख्या 6882 दिनांक 12-5-2015 के द्वारा संविदा के आधार पर नियोजित सभी कर्मियों को नियमित करने का आदेश दिया गया था लेकिन प्रेरकों समन्वयकों को आज तक नियमित नहीं किया गया.
    धरना स्थल पर मौजूद विष्णु देव ठाकुर, संजय कुमार, गजाधर सादा, हनुमान कुमार, जगदीश यादव, राम शरण यादव, अरुण कुमार, मीडिया प्रभारी दिलीप कुमार, सुधा कांत सरस, पूनम कुमारी, अनिल कुमार, राम सेवक यादव, मुन्नी देवी, मुकेश कुमार, बालेश्वर यादव, अरविंद कुमार, संजय कुमार, मो० हलीम, मनोज कुमार, विपिन मेहता, मुकेश मेहता, दिवा देवी, मीना देवी, कुमारी गुंजन, साजन देवी आदि मौजूद थे.
“प्रेरक समन्वयक जी रहे हैं बंधुआ मजदूरों से भी बदतर जीवन”: मधेपुरा में धरना “प्रेरक समन्वयक जी रहे हैं बंधुआ मजदूरों से भी बदतर जीवन”: मधेपुरा में धरना Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on February 15, 2017 Rating: 5
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