‘मेरी क्या गलती थी कि मुझे न्यास की सदस्यता से हटवा दिया?’ सुधीर ठाकुर

मेरी क्या गलती थी कि मुझे सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति के अध्यक्ष ने न्यास की सदस्यता से हटवा दिया. यह दर्द न्यास समिति के पूर्व सदस्य सुधीर ठाकुर के मुख से निकली.

श्री ठाकुर ने कहा कि पंडा समाज के द्वारा चुने जाने के बाद मुझे और धर्म नारायण ठाकुर को न्यास का सदस्य बनाया गया. पत्र में लिखा गया है कि धर्म नारायण ठाकुर एक आपराधिक मामले का अभियुक्त है तथा न्यायालय द्वारा विभिन्न धाराओं में संज्ञान लिया जा चुका है. उसके विरुद्ध न्यास के संपत्ति के अतिक्रमण का भी आरोप लगाया है. लेकिन मेरे उपर तो कोई आरोप नहीं है, फिर मुझे क्यों निकाला गया? क्या मुझे न्यास हित में काम करने की सजा मिली है? मै अपने अधिकार के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया हूँ. न्याय के मदिर में मुझे न्याय जरूर मिलेगा और इन लोगों की मंशा कभी सफल नहीं होगी.
     आगे अध्यक्ष की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब एक व्यक्ति को जमीन अतिक्रमण करने के आरोप में हटा दिया गया तो नये सदस्य के परिवार वाले भी तो न्यास के जमीन को अतिक्रमण किये हुऐ हैं. जबकि 14 पंडा समाज में से 8 सदस्यों ने मुझे बहुमत से चुन कर भेजा था.
      वहीँ धर्म नारायण ठाकुर ने कहा कि 28 अगस्त की बैठक में मैने न्यास की जमीन पर कुंडली मार कर बैठे माफियाओं से न्यास की अतिक्रमित जमीन को खाली कराने का मुद्दा उठाया था. उसके बाद अअतिक्रमणकारियों में खलबली मच गई थी और मुझे षड्यंत्र रच कर न्यास  से हटाने का काम किया है. मुझ पर केश नंबर 1427 /10 में अपराधी सिद्ध नही किया गया है. मेरा नाम जबरन जोड दिया गया था. उस समय हम गौडीपुर के सरपंच थे, उस हैसियत से भीड को समझाना हमारा दायित्व था. जमीन अतिक्रमण की बात गलत है , हमने एक धुर जमीन भी न्यास का अतिक्रमण नहीं किये हैं. बिना पंडा समाज के द्वारा चुने व्यक्ति के दादा ने न्यास के जमीन को वर्षो से अतिक्रमित कर रास्ता बना लिया है तथा न्यास के ढाई लाख रुपए का देनदार है. षड्यंत्र रच कर नियम की धज्जियां उडाते हुए हमलोगों को बाहर करने से पंडा समाज भी दुखी है.
      कुल मिलाकर न्यास के अंदर हो रहे इस खेल से सिंहेश्वर वासी आहत हैं. कुछ लोगों का कहना है न्यास के लोग सिर्फ अपनी राजनीति रोटी सेकने में लगे हैं जबकि हर बैठक में चर्चा कर करोड़पति बाबा का अर्घा भी दो साल में नही बन सका है.
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‘मेरी क्या गलती थी कि मुझे न्यास की सदस्यता से हटवा दिया?’ सुधीर ठाकुर ‘मेरी क्या गलती थी कि मुझे न्यास की सदस्यता से हटवा दिया?’ सुधीर ठाकुर Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on December 24, 2016 Rating: 5
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