‘पंचायत की मूल भावना भारतीय संस्कृति में पहले से है निहित’: तीन दिवस पंचायत प्रशिक्षण आरम्भ

मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर प्रखंड परिसर के कलाभवन में पंचायत समितियों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण का उद्घाटन बीडीओ अजीत कुमार और प्रमुख चंद्र कला देवी ने किया, जिसमें सिंहेश्वर एवं गम्हरिया के पंचायत समिति सदस्यों ने भाग लिया.
   पंसस को संबोधित करते हुए बीडीओ श्री कुमार ने कहा अगर सच्चे मन से पंचायत का विकास करना है तो पूरी एकाग्रता से प्रशिक्षण में भाग ले. आज सरकार अंतिम व्यक्ति की आवाज को अपने तक पहुंचने एवं विकास को गति देने के लिए मोबाइल, कमप्यूटर, लेपटॉप के साथ साथ इंटरनेट की सुविधा देकर पंचायत को हाईटेक बनाया जा रहा है. वहीँ पंचायती राज पदाधिकारी सतीश कुमार ने पंचायत के उद्दभव एवं विकास के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि पंचायत की मूल भावना भारतीय संस्कृति में पहले से ही निहित है. मुगल काल में भी इस व्यवस्था की झलक मिलती है.
    मौके पर सिंहेश्वर के 16 पंचायत समिति एवं गम्हरिया के 10 पंचायत समिति तथा 2 रोकड़पाल व 2 लेखापाल सम्मिलित हुए. वहीं प्रशिक्षण दे रहे शिवेश ठाकुर, जगदिश प्र0 यादव, केदार झा, शिबु हंसदा, सतीष कुमार व निशांत कुमार के द्वारा पंचायती राज का उद्भव एवं विकास तथा पंचायत समिति की संरचना, कार्यावधि एवं अन्य कार्य संबंधि जिसमें आई0 सी0 डी0 एस0 योजना, निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को उनके दायित्वों के प्रति सजक एवं जागरूक कर उनकी भूमिका एवं अधिकार कर्तव्य को समझाया गया. मौके पर इश्तियाक आलम, जयकान्त कुमार, शंभु मंडल, माधव आजाद, मनोज सादा, लक्षमण ऋषिदेव, उषा देवी, बबिता देवी, संजु देवी, नुनुदाय देवी, मुकेश कुमार, राजू सिंह, निर्मला देवी और गम्हरिया प्रखंड के प्रमुख शशि कुमार, उपप्रमुख दिनेश चौधरी एवं पंचायत समिति निर्मला देवी, राजकुमारी देवी, मिथिलेश कुमार, ममता देवी, तरूण राम, गुंजन भारती, रामकुमार, पांडव कुमार व अन्य मौजूद थे.          
‘पंचायत की मूल भावना भारतीय संस्कृति में पहले से है निहित’: तीन दिवस पंचायत प्रशिक्षण आरम्भ ‘पंचायत की मूल भावना भारतीय संस्कृति में पहले से है निहित’: तीन दिवस पंचायत प्रशिक्षण आरम्भ Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on August 26, 2016 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.