जब भी स्वर्णिम बिहार का इतिहास लिखा जाएगा तो नीतीश जी के शराबबंदी की चर्चा उसमें जरूर होगी: निखिल मंडल

जदयू के प्रदेश प्रवक्ता बनने के बाद पहली बार मधेपुरा टाइम्स से एक्सक्लूसिव बातचीत में निखिल मंडल ने कहा कि इस सरकार के कामकाज में विफलता नाम की चीज नजर नहीं आ रही है. बिजली और सड़क में बहुत अधिक सुधार लोगों की जीवनशैली में बदलाव लाया है. शराबबंदी से जहाँ घरेलू हिंसा कम हुए हैं वहीं अपराध और दुर्घटना में भी उल्लेखनीय कमी आई है. वे कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेत्रित्व में बिहार विकास की राह पर लगातार आगे बढ़ता ही जा रहा है.
            मधेपुरा जिले के मुरहो निवासी निखिल मंडल मधेपुरा के राजनीतिक और मंडल मसीहा स्व० बी० पी० मंडल परिवार से हैं. पिता मनीन्द्र कुमार मंडल मधेपुरा से विधायक रह चुके हैं. वर्ष 2005 से राजनीति में सक्रिय रहे 35 वर्षीय निखिल मंडल ने जदयू प्रदेश प्रवक्ता के रूप में अपनी नई और मजबूत राजनीतिक पारी की शुरुआत की है. एम.ए., एल.एल.एम. और एमबीए की उच्च डिग्री हासिल किये निखिल मंडल मधेपुरा टाइम्स के माध्यम से तमाम वैसे लोगों को धन्यवाद देते हैं जिन्होंने उनपर विश्वास किया है. वे कहते हैं कि इतनी कम उम्र में उन्हें प्रदेश प्रवक्ता के तौर पर बड़ी जिम्मेवारी दी गई है, और मैं विश्वास दिलाता हूँ कि दी गई जिम्मेवारी पर मैं पूरी तरह सफल उतरूंगा.
        मधेपुरा टाइम्स के इस सवाल पर कि बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कोई ख़ास प्रगति नहीं दीख रही है क्या सरकार इस मोर्चे पर असफल हो रही है, पर जदयू प्रदेश प्रवक्ता निखिल मंडल कहते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में यदि सरकार को आप असफल कहेंगे तो हमें बड़ी मायूसी होगी. शिक्षा को लेकर सरकार की कोशिशें रंग ला रही हैं. नीतीश सरकार की सायकिल योजना लड़कियों की शिक्षा में बड़ा योगदान है. कई समाज में जहाँ लोग लडकियों की शिक्षा पर कोई ध्यान नहीं देते थे, पर सरकार की योजना ने लडकियों की शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक बनाया है. 2005 के बाद पढ़ाई के प्रति घरों में जागरूकता काफी बढ़ी है. जो भी कुछ कमियां स्कूल-कॉलेजों और शिक्षकों की है तो हम उन्हें दूर करने के लगातार प्रयास कर रहे हैं, जो कुछ समय में दूर हो जायेगी. उच्च शिक्षा में भी लगातार सुधार है. वे आगे कहते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में हम लगातार सुधार की कोशिश कर रहे हैं, शिक्षा का स्तर ऊपर उठे, इसके लिए हम लगातार बेहतर प्रयास कर रहे हैं. क्योंकि समाज को यदि सुधारना और समृद्ध बनाना है तो शिक्षा का स्तर उठाना होगा.
        स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी हमारी कोशिश बेहतर है. बहुत से नए प्राइवेट मेडिकल कॉलेज आदि खुल रहें हैं, आप देखेंगे कि डॉक्टरों की कमियां भी उसके बाद दूर हो जायेगी. अस्पताल में भी सुविधा बढ़ा रहे हैं, दवाइयों की उपलब्धता पर भी हम काम कर रहे हैं. छोटे स्तर पर स्वास्थ्य केंद्र और उपकेन्द्र में भी लोगों की सभी सुविधाएं मिले, सरकार इसके लिए लगातार काम कर रही है.

शराबबंदी लिखेगा बिहार का इतिहास: शराबबंदी के परिणामों से अत्यंत उत्साहित प्रदेश प्रवक्ता कहते हैं कि पर बिखरे घरों और परिवारों को तेजी से जोड़ रहा है. कई ऐसे परिवार जो शराब के कारण दसों साल से अलग हो गए थे वे भी अब साथ आ रहे हैं. शराबबंदी को लेकर देश भर में चर्चा है. अभी शराबबंदी बिहार में एक बड़ी उपलब्धि के रूप में माना जा रहा है. शराब छोड़ने के बाद परिवार में आज पति-पत्नी साथ मिल-बैठकर बातें कर रहे हैं. बच्चों पर भी इसका दुष्प्रभाव तब देखने को मिलता था जब पिता शराब पीकर घर आते थे और उनके व्यवहार का असर बच्चों पर गलत ढंग से पड़ता था. अब पिता बच्चों पर भी अधिक ध्यान दे रहे हैं.
     निखिल मंडल आगे कहते हैं कि शराबबंदी के असर के बारे में गाँव में पूछिए और गाँवों और शहर की भी महिलाओं से भी पूछिए. घरेलू हिंसा में कमी आई है, अपराध में 27 फीसदी की कमी आई है, रोड एक्सीडेंट में 33 फीसदी कमी आई है. नीतीश जी की ये उपलब्धि, जब भी बिहार का इतिहास लिख जाएगा, शराबबंदी के निर्णय को जरूर लिखा जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी कुछ कमियां हो सकती है, पर आने वाले समय में पूर्ण शराबबंदी का मतलब पूर्ण शराबबंदी होगी. एक बोतल शराब भी सूबे में नहीं मिल सकेगी.

सात निश्चय पर सरकार देगी बल: आगे की योजना के बारे में प्रवक्ता निखिल मंडल कहते हैं कि विधान सभा में हमने नीतीश कुमार के ‘सात निश्चय’ का मेनिफेस्टो सामने लाया, जिसपर सरकार काम कर रही है. इसके अंतर्गत आर्थिक बल, युवाओं का हल, तकनीकी शिक्षा, हर घर मुफ्त बिजली, हर घर में नल से शुद्ध और फ्लोराइड मुक्त पानी, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के तहत पहले वित्तीय वर्ष में चार लाख रूपये तक का स्टूडेंट के लिए लिए लोन, महिलाओं के लिए हर क्षेत्र में आरक्षण आदि पर जोरशोर से काम होगा. इसके अलावे जनता दरबार जिला स्तरीय लोक निवारण के माध्यम से लगाये जायेंगे ताकि आम और गरीब लोग मुख्यमंत्री के पास पटना जाने की परेशानी से बच सकें. जिला स्तरीय लोक निवारण की मॉनिटरिंग मुख्यमंत्री खुद करेंगे ताकि अधिक से अधिक लोगों की समस्याएं दूर की जा सके.
    श्री मंडल ने कहा कि अभी पंचायत चुनाव को लेकर हम थोड़ा रुके हुए हैं. आगे बहुत सी योजनायें हैं, बहुत काम करने हैं. वोटरों ने जिस विश्वास के साथ हमें मौका दिया है, हम उसपर पूरी तरह खरा उतरेंगे.
इंटरव्यू का वीडियो आप यहाँ क्लिक कर देख सकते हैं.
[ब्यूरो रिपोर्ट]
जब भी स्वर्णिम बिहार का इतिहास लिखा जाएगा तो नीतीश जी के शराबबंदी की चर्चा उसमें जरूर होगी: निखिल मंडल जब भी स्वर्णिम बिहार का इतिहास लिखा जाएगा तो नीतीश जी के शराबबंदी की चर्चा उसमें जरूर होगी: निखिल मंडल Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on May 01, 2016 Rating: 5

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