एक तरफ नौकरी के नाम पर जहाँ बेरोजगार युवक-युवतियों में मारामारी की स्थिति बनी हुई है वहीं दूसरी तरफ नौकरी का झांसा देकर लोगों को ठगने वाले गिरोह भी इन दिनों कुछ ज्यादा ही सक्रिय हो गए हैं.
मधेपुरा में आज पुलिस ने नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह के कुल नौ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. बताया गया कि जिला प्रशासन को किसी ने मधेपुरा नगर परिषद् क्षेत्र के गुलजारबाग वार्ड नं. 20 में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाली एक संस्था की जानकारी दी और उसके बाद मधेपुरा के अंचलाधिकारी और पुलिस टीम ने ‘अतिरिक्त परस्पर बाल शिक्षा कार्यक्रम’ के नाम पर सुपरवाइजर तथा शिक्षक की नौकरी देने वाले कार्यालय पर छापेमारी की और संतुष्ट नहीं होने पर आवेदकों से रूपये लेने वाले गिरोह के नौ सदस्यों को हिरासत में ले लिया.
बता दें कि जिस समय अधिकारियों का कार्यालय पर छापा पड़ा. उस समय सैंकड़ों की संख्यां में महिला और पुरुष अभ्यर्थी कार्यालय में आवेदन प्रपत्र भरने के लिए मौजूद थे और एक बार तो बड़े भगदड़ की स्थिति बन गई, पर मधेपुरा पुलिस के कमांडों टीम और महिला पुलिस टीम ने एक महिला समेत गिरोह के आठ पुरुष सदस्यों को हिरासत में लेने में सफलता हासिल कर ली.
गिरफ्तार लोगों के नाम सोनू आलम, मो० आलम, सदरे आलम, नितेश कुमार, मो० राजा, तौफीक आलम, अमजद आलम, अभिषेक और एक महिला अनु श्री बताये गए हैं. जिनमें अधिकाँश बेलदौर और चौसा कलासन के हैं. इन लोगों का कहना था कि उन्हें मासिक वेतन पर रखा गया था और उनके बॉस आते ही होंगे.
मौके पर मौजूद कई अभ्यर्थियों का कहना था कि उनसे दो सौ रूपये प्रत्येक लिए गए और अलग से पांच सौ रूपये देने वाले को कन्फर्म किया जा रहा था.
मामला अच्छी तरह से जांच का है ताकि फर्जी निकलने पर बिहार के अन्य जगहों पर चल रहे इस संस्था के लोगों को गिरफ्तार किया जा सके और बेरोजगारों को लुटने से बचाया जा सके. उधर मधेपुरा टाइम्स ने जब आवेदन में दिए वेबसाईट की तहकीकात की तो अल्पविकसित वेबसाईट पर मौजूद कॉन्टेक्ट नंबर पर फोन उठाने वाले व्यक्ति के द्वारा मधेपुरा का नाम सुनते ही आवाज नहीं आ रही है कहकर फोन रख दिया गया.
मधेपुरा में आज पुलिस ने नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह के कुल नौ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. बताया गया कि जिला प्रशासन को किसी ने मधेपुरा नगर परिषद् क्षेत्र के गुलजारबाग वार्ड नं. 20 में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाली एक संस्था की जानकारी दी और उसके बाद मधेपुरा के अंचलाधिकारी और पुलिस टीम ने ‘अतिरिक्त परस्पर बाल शिक्षा कार्यक्रम’ के नाम पर सुपरवाइजर तथा शिक्षक की नौकरी देने वाले कार्यालय पर छापेमारी की और संतुष्ट नहीं होने पर आवेदकों से रूपये लेने वाले गिरोह के नौ सदस्यों को हिरासत में ले लिया.
बता दें कि जिस समय अधिकारियों का कार्यालय पर छापा पड़ा. उस समय सैंकड़ों की संख्यां में महिला और पुरुष अभ्यर्थी कार्यालय में आवेदन प्रपत्र भरने के लिए मौजूद थे और एक बार तो बड़े भगदड़ की स्थिति बन गई, पर मधेपुरा पुलिस के कमांडों टीम और महिला पुलिस टीम ने एक महिला समेत गिरोह के आठ पुरुष सदस्यों को हिरासत में लेने में सफलता हासिल कर ली.
गिरफ्तार लोगों के नाम सोनू आलम, मो० आलम, सदरे आलम, नितेश कुमार, मो० राजा, तौफीक आलम, अमजद आलम, अभिषेक और एक महिला अनु श्री बताये गए हैं. जिनमें अधिकाँश बेलदौर और चौसा कलासन के हैं. इन लोगों का कहना था कि उन्हें मासिक वेतन पर रखा गया था और उनके बॉस आते ही होंगे.
मौके पर मौजूद कई अभ्यर्थियों का कहना था कि उनसे दो सौ रूपये प्रत्येक लिए गए और अलग से पांच सौ रूपये देने वाले को कन्फर्म किया जा रहा था.
मामला अच्छी तरह से जांच का है ताकि फर्जी निकलने पर बिहार के अन्य जगहों पर चल रहे इस संस्था के लोगों को गिरफ्तार किया जा सके और बेरोजगारों को लुटने से बचाया जा सके. उधर मधेपुरा टाइम्स ने जब आवेदन में दिए वेबसाईट की तहकीकात की तो अल्पविकसित वेबसाईट पर मौजूद कॉन्टेक्ट नंबर पर फोन उठाने वाले व्यक्ति के द्वारा मधेपुरा का नाम सुनते ही आवाज नहीं आ रही है कहकर फोन रख दिया गया.
मधेपुरा में नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के 9 सदस्य हिरासत में
Reviewed by मधेपुरा टाइम्स
on
May 21, 2016
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