मोड़ है, मोड़ तीखा भी है, पर ये फ़ोकट का बोर्ड भी तो कन्फ्यूजन पैदा करता है !

|मुरारी कुमार सिंह |06 जुलाई 2014|
जिला मुख्यालय के जिला अतिथि गृह के सामने छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं आम बात हैं. एक बड़ा कारण यहाँ सामने एक तीखा मोड़ होना है. पहले तो प्रशासन ने काफी दिनों तक इसपर ध्यान नहीं दिया पर बाद में थोड़ी दूर पर दोनों तरफ बोर्ड लगाकर अपने कर्त्तव्यों की इतिश्री मान ली. दुर्घटनाएं होती रही तो जिला प्रशासन ने वहां सड़क पर बोर्ड लगाने की सोची.
और फिर मधेपुरा पुलिस ने यहाँ जो बोर्ड लगाया उसे देखकर आप भी कुछ अंदाजा कीजिए. यदि आप कुछ सोचते हुए यहाँ से गुजर रहे हों और अचानक यहाँ खड़े बोर्ड पर नजर पड़े तो शायद एकबारगी आप कन्फ्यूजन में पड़ जायेंगे कि आप मधेपुरा में हैं या फिर पटना में? जी हाँ, बोर्ड पर लिखा हुआ है, पटना यातायात पुलिस आपकी सेवा में ये बोर्ड एचडीएफसी बैंक के सौजन्य से लगा हुआ प्रतीत होता है.
समझने वाले समझ सकते हैं कि प्रशासन के लोगों ने यहाँ अपने पैसे बचाने के चक्कर में बैंक वालों को बोर्ड लगाने कह दिया होगा. बैंक के निरीह अधिकारियों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों की बात रखते हुए शायद गोदाम में जमा बोर्ड में से एक बोर्ड यहाँ रखवा दिया और सोचा होगा कि चलो कौन देखता है यहाँ के लोग तो मूर्ख हैं.
और शायद इस एक्सीडेंट जोन में हो रही दुर्घटनाओं में से कुछ दुर्घटनाओं की वजह ये बोर्ड भी हो सकती है जिसे देखने के बाद लोग सोचने लगते होंगे कि वे पटना में हैं या मधेपुरा में, और इसी दौरान उनका संतुलन बिगड़ जाता होगा.
जो भी हो, चलिए पलभर के लिए आप मधेपुरा में पटना में होने का अहसास कर लेते है, थैंक्स कीजिए मधेपुरा पुलिस का.
मोड़ है, मोड़ तीखा भी है, पर ये फ़ोकट का बोर्ड भी तो कन्फ्यूजन पैदा करता है ! मोड़ है, मोड़ तीखा भी है, पर ये फ़ोकट का बोर्ड भी तो कन्फ्यूजन पैदा करता है ! Reviewed by मधेपुरा टाइम्स on July 07, 2014 Rating: 5

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